पूरे भारत में कई लोग डॉक्टर्स की बंद क्लीनिक पर सवाल उठा रहे है ,यह है मेरे विधिवत जवाब

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1.सारे बड़े अस्पताल और उनकी आकस्मिक सुविधाएं चालू है हमेशा से , लोकडाउन की अपील प्रधान मंत्री जी ने की थी इसलिए हमने आप की सुरक्षा के लिए आम ओपीडी बंद की जो की कई सरकारी अस्पताल भी कर चुके है।

2.हमें आपकी सेवा के लिए उपकरण चाहिए जैसे पी पी ई मतलब करोना से बचाव की सामग्री इसके बिना हमको करोना लगेगा और हम पूरी ओपीडी मतलब बाह्य रोग विभाग में इसको फैला देंगे हमारे यहां आए सारे मरीज ग्रसित हो सकते है ।

3. हमारे स्टाफ को कोई ट्रेनिंग नहीं मिली है और ज्यादातर क्लीनिक में सोशल दिस्तंसिंग मतलब दूरी बनाए रखने लायक जगह नहीं है इसलिए केवल एक ही करोना पॉजिटिव मरीज मरीज सैकड़ों को बीमार बना सकता है बिना इन मापदंडों के ।

4. हम सब 7 दिन से अपने घर की लक्ष्मण रेखा का आदर कर रहे है जैसा हमारे प्यारे प्रधान मंत्री ने हमसे आग्रह किया था इसलिए हम सब व्याकुल और अधीर हो चुके है तोह यदि एकदम से क्लीनिक जाने का मौका मिला तोह चोटी तकलीफ के लिए भी हम वहां जाने मै नहीं चूकेंगे और फिर लाक दाउन्न कर्फ्यू ही समझे का क्या अर्थ होगा ।

इसलिए समझे और सोचें हम अपनी मर्जी से क्लीनिक बंद करके नहीं बैठे है ,आपकी सुरक्षा सरोपरी है , हमारी हेल्पलाइन चालू है और अस्पताल भी ।

मरीजों के लिए : अति आवश्यक कारण से ही डॉक्टर के पास जाएं ,और वहा भीड़ ना लगाए ,एक मीटर की दूरी बनाए रखे ,यह आपकी जिंदगी का सवाल है।

डॉक्टर्स के लिए : पूरी सावधानी और पी पी ई होने के बाद ही अपनी क्लीनिक खोलें वरना यह समाज आपको माफ नहीं करेगा अगर आपकी क्लीनिक से 1000 करोना पॉजिटिव हुए तोह आपकी फोटो कई दीवारों पर दिखेगी ।

डॉ अमरेन्द्र पांडेय

आपका शुभचिंतक

बाकी का परिचय तोह आप जानते ही हो।

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