हेनरी ग्रे !
ये एलोपैथी के इतिहास पुरुष हैं !
आज इन पर एक पोस्ट मिली , और मैं सोचता रहा ,
क्या आदमी था !
शवों को कब्र से खोद कर निकालता था , अध्ययन करता था , शोध करता था , लिखता था , चित्र बनाता था , और ये सब उसने 20 – 25 साल की उम्र में कर दिया !
आश्चर्यजनक , अविश्वसनीय , अदभुत !
उसने किताब लिख दी ह्यूमन एनोटमी पर , उसने शोध किया मानव शरीर संरचना पर !
कितनी उत्कंठा रही होगी , सत्य जानने की !
और उसी ने एलोपैथी की नींव रक्खी !
और सोचिये 34 साल की उम्र में देहांत , वो भी तब ,
जब इंटरव्यू था अस्पताल की नौकरी का , जब सगाई के बाद ब्याह होना था ,
और जब वो आकार दे रहा था MBBS कोर्स को !
अपूर्णीय क्षति !
उसी ने बताया मानव शरीर को !
उसी ने बताये मसल , उसी ने बताई हड्डियां , उसी ने बताया हृदय , धमनियां और शिराएं , उसी ने बताये तंतु और रीढ़ तंत्रिका !
Grey’s Anatomy चिकित्सा विज्ञान की मूल / प्रारंभ / बीज किताब है !
इसी से हम शुरू होते हैं !
यकीन माने ” ग्रे ” के पहले चिकित्सा विज्ञान कैसे चलता था ,
मुझे नहीं मालूम , शायद अश्विनी कुमारों या सुश्रुत से चलता हो , या कुछ चाइनीज पद्धति से , या तिब्बती ( पर्वतीय , कैलाश पर्वत , संजीवनी बूटी ) से ,
पर ये
” ग्रे ” ही था ,इतिहास पुरुष ,एलोपैथी का, जिसने मानव संरचना को बताया मानवता को , जिस पर आज का आधुनिक चिकित्सा विज्ञान खड़ा है ! “
जो मर गया 34 साल की अल्पायु में अविवाहित और बेरोज़गार !
” हेनरी ग्रे जैसे व्यक्तित्व इतिहास रचते हैं , दिग्दर्शक होते हैं , पथप्रदर्शक होते हैं , दुनिया बदल देते हैं ! “
वे अमर होते हैं , वे कभी मर नहीं सकते !