पहला पाठ, ये मोदी जी की जिस मुल्क में आप डॉक्टरों की हंसी उड़ा रहे थे , उस मुल्क का सामाजिक कायदा ये है की क्वीन के मेहमानों की फेरहिस्त में यदि एक भी डॉक्टर है तो उसका नाम सबसे ऊपर पहिले क्रम पर लिखा जाता है , वहां के प्रधान मंत्री के भी पहिले ,
दूसरा पाठ , ये मोदी जी की इंग्लैंड की नेशनल हेल्थ सर्विसेज को विश्व में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है , और इस संगठन में ४३ % डॉक्टर भारतीय हैं , वहां की सरकार और नागरिकों को भारतीय डॉक्टरों की कार्य कुशलता , निष्ठां , और कौशल आपसे ज्यादह पता है , कोशिश आपने की डॉक्टरों का मखौल बनाने की , हंसी इंग्लैंड की जनता आपके अज्ञान और अपने ही मूलवासियों के प्रति आपका दुर्भाव देख कर .
तीसरा पाठ ,ये मोदी जी की अमेरिका जैसे चिकित्सा विज्ञान में उन्नत देश में भी किसी भी स्पेशलिटी के प्रथम श्रेष्ठ तम पांच चिकित्सकों में कम से कम एक भारतीय है , डॉ सोहन सिंह हरिया एक मात्र ऐसे चिकित्सक हैं जिन्हें अमेरिका में उनके विषय में स्थापित प्रत्येक पुरूस्कार दिया गया , जो किसी अमेरिकन डॉक्टर को भी आज तक नहीं मिला , उनके नाम से इओवा यूनिवर्सिटी में ‘प्रोफ़ेसर एस एस हरिया चेयर’ की पद स्थापना की गयी . भारतीय मूल के चिकित्सक अमेरिका में इतने सफल हैं की अधिकतम आय कर देने के लिए कई भारतीय डाक्टरों को सांकेतिक तौर पर ‘ की टू दी सिटी ‘ भेंट कर उस शहर के मेयर द्वारा सम्मानित किया गया .
चौथा पाठ , ये मोदी जी की इंडिया टू डे के २०१४ के सर्वे में पाया गया की बारहवीं कक्षा के ८४ % विद्यार्थियों की पहली पसंद है डॉक्टर बनना , फिर इंजिनियर , सिविल सर्विसेज इत्यादि , राजनेता या प्रधान मंत्री बनना किसी भी विद्यार्थी की चॉइस नहीं है !! देश के सर्वाधिक मेधावी बच्चे ,बच्चियां डॉक्टर बनते हैं , किस अधिकार से आप अपने ही देश की इस प्रतिभाशाली युवा पौध को धिक्कारते हैं ?
पांचवा पाठ , ये मोदी जी की क्या आप उद्योग पतियों के हवाई ज़हाज़ , गाड़ियाँ , सुविधाएँ , अपने दल के लिए चंदे नहीं लेते रहें हैं ?, यदि डॉक्टर दवा कंपनियों के खर्चे पर कांफ्रेंस में विदेश जाते भी हैं तो अपने शोध पत्र प्रस्तुत कर देश का नाम रोशन करते हैं , नयी तकनीक सीख कर आते हैं अपने रोगियों को बेहतर इलाज़ देते हैं , आप की तरह अपने ही देश के लोगों को धिक्कारते नहीं हैं . DR .ASSOCIATION….INDIA










